मानसिक रोगों को पागलपन न मानकर एक बीमारी माना जाना चाहिए. मनोचिकित्सक डॉ सत्यकांत त्रिवेदी ने कहा #मानसिक_रोग_की_शुरुआत होती है अवसाद से। तनाव, अवसाद और व्यर्थ की चिंता आगे चलकर #एक_गंभीर_बीमारी का रूप ले लेती है. कई बार लोगों को पता ही नहीं चल पाता कि वह #मानसिक_बीमारी _का_शिकार हैं। अपने मानसिक स्वास्थ्य को भूलकर भी न करें इग्नोर. शारीरिक सेहत के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य भी बहुत जरूरी होता है